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किसान भाइयों आज हम आपको एक ऐसी उन्नत विधि के बारे में बताने जा रहे हैं जिसको अपनाकर आप भी गेहूं की ज्यादा पैदावार ले सकते है. इस विधि का नाम है इजरायली विधि. जी हाँ इस बात का लोहा तो सभी देश मानते है कि कुछ वर्षों में इजराइल ने कृषि के क्षेत्र में बहुत ज्यादा तरक्की कर ली है. आज इजराइल आत्मनिर्भर देश है जिसने कृषि में नए नए आविष्कार करके महारथ हासिल किया है.

पंजाब और हरियाणा के किसान भाइयों ने पहले ही परम्परागत खेती  को छोड़ इजराइल जैसे विकसित देश की  कृषि तकनीकियों को अपना रहे है और इसका लाभ उन्हें फसल की पैदावार के साथ साथ आर्थिक रूप से भी प्राप्त हो रहा है.

इजराइल की गेहूं बुआई की मल्टी क्रॉप्स (Multi crops) तकनीक इस समय किसानों की पसंद बनती जा रही है. पंजाब और हरियाणा के करीब 20 हजार से अधिक किसानों ने इस तकनिकी को अपनाकर गेहूं की बुवाई की है. बता दें इजराइल तकनीक में एक किलो 800 ग्राम गेंहू का डीजी 09 किस्म का बीज एक एकड़ में 14 इंच चौड़ाई के बैड पर रोपित किया जाता है। रोपण के समय बीज से बीज की दूरी 9 इंच रखी जाती है। एक बीज से 200 से 350 फुटाव निकलते हैं। इस वजह से गेंहू की पैदावार मल्टी क्रॉप्स होने के बावजूद भी करीब 100 मन प्रति एकड़ तक पैदावार किसान ले पाते हैं।

आपको बता दें कि गेंहूू के एक किलोग्राम बीज की कीमत 250 रुपए रखी गई है। लेकिन मार्किट में ये बीज आसानी से उपलब्ध नहीं होते हैं। एक अनुमान के अनुसार अक्सर किसान एक एकड़ में गेहूं की करीब 40 से 60 किलोग्राम बीज डालते है। इसकी कीमत करीब 1200 रुपए से लेकर 1400 रुपए होती है। इस तकनीक से बीज की रोपाई करके किसान प्रति एकड़ 3 से 4 गुना बीज का खर्च कम कर सकते हैं।

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