अभी तक की सर्वाधिक पैदावार वाली गेहूं की नई विकसित किस्म-करण वंदना (DBW 187)
- बुवाई का समय
- जल्दी बुवाई ( नवंबर का पहला सप्ताह )
- समय पर बुवाई ( 10-15 नवंबर )
- देर से बुवाई ( 25 नवंबर से 15 दिसंबर )
- तापमान – 20 -25°C
- बीज दर – 35-40kg/1 एकड़
- बुवाई की दूरी – 25 – 30 x 25 – 30 सेमी अलग
- फसल की अवधि – कम अवधि की खेती (130-150 दिन)
- उपज – 28-30 क्विंटल प्रति एकड़
पोषक तत्व* ( किलो/एकड़ )
नाइट्रोजन | फास्फोरस पेंटोक्साइड | पोटेशियम ऑक्साइड | यूरिया (18.46%) |
DAP (18.46%) |
50 | 25 | 12 | 110 | 55 |
उर्वरक ( किलो/एकड़ )
सुपर फॉस्फेट (16%) | नाइट्रो फोफेट (20:20%) | पोटाश का म्यूरेट (60%) |
155 | 125 | 20 |
- फसल – गेहूं
- किस्म – DBW120 -करण वंदना
- शुद्धता ( न्यूनतम ) – 98%
- अंकुरण ( न्यूनतम ) – 85%
- नमी ( अधिकतम ) – 12%
- शुद्ध वजन – 40 किलो
1 :- करण वंदना बुवाई के 77 दिनों बाद फूल देती है और 120 दिनों बाद परिपक्व होती है। इसकी औसत ऊँचाई 100 सेमी है जबकि क्षमता 64-75 क्विंटल प्रति 2.5 acres है।
2 :- यह पत्तों के झुलसने , ब्लास्ट और उनके अस्वस्थ दशा जैसी महत्त्वपूर्ण बीमारियों के खिलाफ बेहतर प्रतिरोध करता है।
3 :- कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार करण वंदना DBW-187 पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, असम और पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी के लिए सबसे अधिक उपयुक्त प्रजाति है |
4 :- कम सिंचाई की आवश्यकता होती है मात्र दो से तीन सिंचाई में काम हो जाता है |
5 :- सामान्य गेहूं में प्रोटीन 10 से 12% और आयरन 30 से 40% होता है लेकिन करण वंदना DBW-187 में 12% प्रोटीन 42% आयरन पाया जाता है | इस प्रजाति के गेहूं में प्रोटीन और जैविक रूप से आयरन जिंक और अन्य महत्वपूर्ण खनिज अन्य गेहूं की तुलना में ज्यादा पाया जाता है |
- 6 :- करण वंदना DBW-187 गेहू की इस किस्म खेती करने की परक्रिया समान्य है जैसे अन्य गेहू की खेती करते थे वेसे ही करना है |